प्रदीपसिंह बीदावत
जालोर। महंगाई के दौर में कोई मेहमान दिन में दस किलो अनाज खा जाए तो मेहमान को भगवान का दर्जा देना मुश्किल हो जाएगा। एक मेहमान को दिन में दस किलो भोजन खिलाने का कारनामा जालोर सर्किट हाउस के कार्मिकों ने कर दिखाया है।
जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस के प्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद के खिलाफ बड़े पैमाने पर घोटालों की शिकायत उच्च अघिकारियों को भिजवाई है। जिला प्रशासन स्थानीय उपखंड अघिकारी से मामले की जांच भी करवा रहा है।
आंकड़ों के अनुसार जालोर सर्किट हाउस में प्रति व्यक्ति आगन्तुक का बिल करीब आठ सौ रूपए आता है। इनमें स्टाफ की तनख्वाह, लाइट, पानी और टेलीफोन का खर्चा अलग है। वहीं यहां प्रति व्यक्ति द्वारा एक दिन में करीब दस किलो भोजन भी किया जाता है। सर्किट हाउस की खाद्य सामग्री उपभोक्ता भंडार से खरीदने के नियम होने के बावजूद एक निजी किराने की दुकान से खरीदी गई है। पिछले एक साल में सर्किट हाउस ने लगभग ढाई लाख रूपए की खाद्य सामग्री क्रय की है।
बदल गए कूलर-पंखे
सर्किट हाउस में लगे पंखे और कूलर रिपेयरिंग के नाम पर पूरे ही बदल दिए गए। यहां 9 कूलरों की तीन माह से कम समय में इतनी बार रिपेयरिंग हुई कि उसमें मौजूद सारा सामान बदल गया। ऎसे में सारे कूलर नए हो गए। इसी तरह वाटर कूलर, कलर टी.वी., इमरजेंसी लाइट, सीलिंग फैन और गीÊार समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के पार्ट बदलने के बिल पेश किए गए हैं।
हास्यास्पद लगता है
प्रबंधक द्वारा पेश किए गए अम्बिका इलेक्ट्रॉनिक के बिलों की स्थिति का अध्ययन करें तो हंसी छूटती है। छह दिनों के बीच केवल सर्किट हाउस के नाम ही क्रमानुसार बिल कटे हैं। 24 जुलाई को बिल संख्या 4360 व बिल संख्या 4354 की तिथि 31 जुलाई होना भी घोटाले की ओर संकेत करता है।
ऎसे होता है घोटाला
बिल प्रस्तुत करने के लफड़े से बचने के लिए सर्किट हाउस से कोष कार्यालय में आने वाले वाउचर 999 रूपए से अघिक राशि के नहीं होते। इसी तरह निविदा प्रक्रिया से बचने के लिए नए सामान की खरीद भी तीन हजार रूपए से अघिक की नहीं होती। नियमों के विरूद्ध किराने के सामान की खरीद उपभोक्ता भंडार के बजाए एक निजी दुकान से होती है।
इस मामले में जांच चल रही है। उसमें मामला साफ हो जाएगा। अपना क्या है यहां से ट्रांसफर हो जाएगा तो कहीं और चले जाएंगे। - राजेन्द्र प्रसाद, प्रबंधक, सर्किट हाउस, जालोर
अभी मेरा ट्रांसफर हो गया है। आप नए आने वाले अघिकारी से इस संबंध में पूछें तो ठीक रहेगा।
- इन्द्रसिंह जाट, जांच अघिकारी, सर्किट हाउस प्रकरण
जालोर। महंगाई के दौर में कोई मेहमान दिन में दस किलो अनाज खा जाए तो मेहमान को भगवान का दर्जा देना मुश्किल हो जाएगा। एक मेहमान को दिन में दस किलो भोजन खिलाने का कारनामा जालोर सर्किट हाउस के कार्मिकों ने कर दिखाया है।
जिला प्रशासन ने सर्किट हाउस के प्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद के खिलाफ बड़े पैमाने पर घोटालों की शिकायत उच्च अघिकारियों को भिजवाई है। जिला प्रशासन स्थानीय उपखंड अघिकारी से मामले की जांच भी करवा रहा है।
आंकड़ों के अनुसार जालोर सर्किट हाउस में प्रति व्यक्ति आगन्तुक का बिल करीब आठ सौ रूपए आता है। इनमें स्टाफ की तनख्वाह, लाइट, पानी और टेलीफोन का खर्चा अलग है। वहीं यहां प्रति व्यक्ति द्वारा एक दिन में करीब दस किलो भोजन भी किया जाता है। सर्किट हाउस की खाद्य सामग्री उपभोक्ता भंडार से खरीदने के नियम होने के बावजूद एक निजी किराने की दुकान से खरीदी गई है। पिछले एक साल में सर्किट हाउस ने लगभग ढाई लाख रूपए की खाद्य सामग्री क्रय की है।
बदल गए कूलर-पंखे
सर्किट हाउस में लगे पंखे और कूलर रिपेयरिंग के नाम पर पूरे ही बदल दिए गए। यहां 9 कूलरों की तीन माह से कम समय में इतनी बार रिपेयरिंग हुई कि उसमें मौजूद सारा सामान बदल गया। ऎसे में सारे कूलर नए हो गए। इसी तरह वाटर कूलर, कलर टी.वी., इमरजेंसी लाइट, सीलिंग फैन और गीÊार समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के पार्ट बदलने के बिल पेश किए गए हैं।
हास्यास्पद लगता है
प्रबंधक द्वारा पेश किए गए अम्बिका इलेक्ट्रॉनिक के बिलों की स्थिति का अध्ययन करें तो हंसी छूटती है। छह दिनों के बीच केवल सर्किट हाउस के नाम ही क्रमानुसार बिल कटे हैं। 24 जुलाई को बिल संख्या 4360 व बिल संख्या 4354 की तिथि 31 जुलाई होना भी घोटाले की ओर संकेत करता है।
ऎसे होता है घोटाला
बिल प्रस्तुत करने के लफड़े से बचने के लिए सर्किट हाउस से कोष कार्यालय में आने वाले वाउचर 999 रूपए से अघिक राशि के नहीं होते। इसी तरह निविदा प्रक्रिया से बचने के लिए नए सामान की खरीद भी तीन हजार रूपए से अघिक की नहीं होती। नियमों के विरूद्ध किराने के सामान की खरीद उपभोक्ता भंडार के बजाए एक निजी दुकान से होती है।
इस मामले में जांच चल रही है। उसमें मामला साफ हो जाएगा। अपना क्या है यहां से ट्रांसफर हो जाएगा तो कहीं और चले जाएंगे। - राजेन्द्र प्रसाद, प्रबंधक, सर्किट हाउस, जालोर
अभी मेरा ट्रांसफर हो गया है। आप नए आने वाले अघिकारी से इस संबंध में पूछें तो ठीक रहेगा।
- इन्द्रसिंह जाट, जांच अघिकारी, सर्किट हाउस प्रकरण