कल के अखबार में
सीएम सर का शीर्षक छपा
पैसे खाए तो जाएंगे जे
एक होटल के बार में बैठे
पैसे खाने वालों ने पढ़ा
सीएम सर का शीर्षक छपा
पैसे खाए तो जाएंगे जे
एक होटल के बार में बैठे
पैसे खाने वालों ने पढ़ा
जेल में भेज देंगे तो
चले जाएंगे।
है तो वहां भी है मौज
'सत्यम्' वाले 'राजू' के लिए
जेल में चिकन आ सकता है
तो अपन का कुनबा भी
दारू मीट मंगवा सकता है।
रियल इस्टेट वाला बोला
भाई! देखो अपन तो
पैसे नहीं खाते हैं
जो भी माल है अपना
सीधे माल से बनाते हैं।
सिर्फ और सिर्फ डामर,
कंकरीट और सीमेंट खाते हैं।